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बिना फाटक की ट्रांसफॉर्मर पेटी, हादसे को दे रही आमंत्रण : तेज हवा और बारिश में शहर के अधिकतर स्थानों पर हो जाती है बिजली गुल

25-05-2023 : 12:39 pm ||

खुलासा फर्स्ट… इंदौर

बिजली कंपनी के अफसरों की लापरवाही के चलते शहर भर में करीब पांच हजार से अधिक ट्रांसफार्मरों की पेटी बिना फाटक की लगी हुई है। इनमें कटआउट भी नहीं होने से तारों का जाल बिछा दिखाई देता है। 


इसके चलते तेज हवा और बारिश होते ही शहर के अधिकतर हिस्से अंधेरे में डूब जाते हैं, लेकिन बिजली कंपनी तारों की जगह कटआउट लगाने में लापरवाही बरत रही है। इसका खामियाजा शहरवासी भुगत रहे हैं। बिजली कंपनी के शहर में 30 जोन कार्यालय हैं। इन सभी जोन कार्यालय पर बिजली का फॉल्ट ठीक करने वाले लोडिंग वाहन जुगाड़ से कामकाज कर रहे हैं। बिजली कंपनी के किसी भी जोन के पास खुद की हाईड्रोलिक सीढ़ी नहीं है। इस कारण लोडिंग रिक्शा के ऊपर बांस की सीढ़ी बांधकर पोल पर चढ़कर बिजली सुधारी जाती है। जबकि पश्चिम क्षेत्रीय वितरण कंपनी मुनाफे वाली कंपनी में शुमार है। बिलिंग भी 90 फीसदी तक हो जाती है। नुकसान भी सबसे कम है। फिर भी सुविधाएं और संसाधन के अभाव में बिजली कंपनी का कामकाज मापदंड के अनुरुप होने की जगह जुगाड़ से हो रहा है। 


18 हजार ट्रांसफार्मर 

शहर में बिजली सप्लाय की व्यवस्था बनाने के लिए करीब 18 हजार ट्रांसफार्मर लगे हुए हैं। ट्रांसफार्मर के लिए इनके ठीक नीचे पेटियां लगी हुई है। लेकिन इनमें से करीब पांच हजार ऐसी पेटियां, जिनमें गेट नहीं हैं, इनमें कट आउट के बजाए तार लगाकर बिजली सप्लाय की जा रही है। इस कारण तांबे का वायर लोड बढ़ते ही जल जाता है। इससे बिजली गुल हो जाती है। इसके बाद उपभोक्ता बिजली सुधरवाने के लिए परेशान होता रहता है। 


नहीं खरीदे कटआउट

बिजली कंपनी ने तकरीबन 25 हजार कटआउट खरीदने के लिए टेंडर जारी किए, लेकिन किसी भी फर्म को ठेका नहीं दिया गया। जिम्मेदारों का कहना है कि जिन कंपनियों ने ऑफर किया वह मापदंडों के अनुसार कटआउट नहीं बनाती है। शहर भर में बिजली फाल्ट की शिकायत आने पर मैदानी अमला ट्रांसफार्मर पर पहुंचता है तो वायर जला हुआ मिलता। इसके चलते बिजली मैकेनिक गाड़ी में पड़े वायर को काटकर उसका तांबा निकालकर कटआउट के विकल्प के रूप में लगा देते हैं, जो कुछ समय बाद फिर जल जाता है या तेज वा व पानी के कारण निकल जाता है। इस तरह शहर में बिजली सप्लाय जुगाड़ के तारों के भरोसे हो रही है।


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