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Hindi News / politics / RSS tightens its grip
क्षेत्रीय संगठन मंत्री के बाद अब जल्द ही प्रांत संगठन मंत्री की तैनाती करेगा संघ
सितंबर में होने वाली प्रांतीय बैठक में होगा फैसला, संघ में भी आएगा नया प्रांत कार्यवाह
नितिन मोहन शर्मा । खुलासा फर्स्ट… इंदौर
भाजपा पर आरएसएस का शिकंजा और कसने जा रहा है। अब संघ पार्टी की निगरानी प्रांत स्तर से करेगा। जल्द ही संघ भाजपा के लिए प्रांतीय संगठन मंत्री तैनात करने जा रहा है। क्षेत्रीय संगठन मंत्री के रूप में अजय जामवाल की आमद हो चुकी है। ये पद भी पहली बार भाजपा में सुनिश्चित किया गया है। ऐसे ही प्रांत संगठन मंत्री का प्रयोग भी भाजपा की स्थापना काल के बाद पहली बार होने जा रहा है।
जामवाल की तैनाती के तुरंत बाद बगल के छत्तीसगढ़ में भाजपा में बड़े बदलाव हो गए। नेता प्रतिपक्ष तक बदल दिया गया है। जामवाल के अधिकार क्षेत्र में छत्तीसगढ़ के अलावा मध्यप्रदेश के तीनों प्रांत मध्यभारत, महाकोशल और मालवा प्रांत भी है। आरएसएस अब अपनी संगठन रचना के हिसाब से भाजपा का ढांचा खड़ा कर रहा है। जिस तरह से आरएसएस के तमाम अनुषांगिक संगठनों में प्रांतीय संगठन मंत्री रहते हैं, ठीक उसी तरह भाजपा में भी अब प्रांत स्तर पर संघ के प्रचारक स्तर से निगरानी रहेगी। अब तक भाजपा में ये व्यवस्था संभाग स्तर पर थी। नतीजतन संभागीय संगठन मंत्रियों की तैनाती की गई थी, लेकिन ये तमाम संगठन मंत्री सत्ता के नजदीक जाते ही, सत्ता के खेल में रम गए। लिहाजा इन्हें हटाकर संभाग स्तर पर संगठन मंत्री वाली व्यवस्था ही भंग कर दी गई थी। इसका परिणाम ये हुआ कि संभागीय संगठन मंत्रियों को तो सत्ता की नजदीकी काम आ गई और वे सरकार में लाभ के पदों पर पदस्थ हो गए, लेकिन पार्टी की नगर व जिला इकाइयां निरकुंश हो गईं। नेताओं की मनमानी भी चरम पर जा पहुंची, जिसका खमियाजा पार्टी और सरकार ने हालिया नगरीय निकाय चुनाव में उठाया भी। इसके बाद ही भाजपा पर आरएसएस ने अपना शिकंजा कस दिया। अब पार्टी के फैसले और गतिविधियां आरएसएस की निगरानी में होगी। भाजपा में प्रांत संगठन मंत्री की नियुक्ति अगले महीने सितंबर में होने की पूरी संभावना है। इंतजार बस आरएसएस की सालाना प्रांतीय वृहद बैठक का है। ये बैठक वैसे तो सितंबर में प्रस्तावित है। इसी बैठक में भाजपा का फैसला भी होगा कि आरएसएस की तरफ से कौन प्रांत संगठन मंत्री होगा। संघ की ये बैठक वैसे तो नितांत आरएसएस की वर्षभर चलने वाली गतिविधियों और दायित्वों में फेरबदल तक ही सीमित रहती है।
भाजपा से जुड़ी दिक्कतें इस बैठक का विषय नहीं रहती, लेकिन चूंकि अब आरएसएस भाजपा के संगठन को भी अपनी संगठन रचना के हिसाब से गढ़ने जा रहा है। लिहाजा इसी बैठक में तय होगा कि भाजपा के लिए किस प्रचारक की तैनाती की जाए। संघ की इस बैठक को लेकर भाजपाई हलकों में भी हलचल है।
आरएसएस के नए प्रांत कार्यवाह
भाजपा को सुधारने निकले संघ में भी अगले महीने बड़े फेरबदल होने के संकेत मिले हैं। सूत्र बताते हैं कि इस बार प्रांत स्तर पर नए कार्यवाह की नियुक्ति होगी। वर्तमान में जिसके पास ये दायित्व है, बताते हैं कि उनका दूसरे दायित्व के साथ प्रमोशन हो गया है। अब नए प्रांत कार्यवाहक के लिए वैसे तो कई नाम हैं, लेकिन सूत्रों की मानें तो इस दायित्व पर इंदौर के ही वरिष्ठ दायित्ववान पदाधिकारी की तैनाती की संभावना है। इस लिहाज से सह प्रांत कार्यवाह को प्रमोट कर प्रांत कार्यवाह बनाया जा सकता है। इसकी संभावना सबसे ज्यादा है।
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