Download Our App from
Hindi News / State / 1 april double-local-gas-prices-from-april-lpg-cng-png-prices
खुलासा फर्स्ट...नई दिल्ली। देश की आम जनता के लिए एक बुरी खबर सामने आई है। एक अप्रैल से बहुत कुछ महंगा होने वाला है। एक ओर जहां कोरोना की दोनों लहर, लगातार हुए लॉकडाउन से सभी की आर्थिक स्थिति चरमराई हुई, वैसे विकट दौर में महंगाई का डबल झटका लगने जा रहा है। यह बात इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में कही गई है। दरअसल, इस समय दुनियाभर में गैस की भारी किल्लत हो गई है और इसका असर अब भारत में भी पड़ सकता है। ऐसे में 1 अप्रैल 2022 से घरेलू गैस की कीमतें दोगुनी हो सकती है। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार और बीजेपी को घेरना भी शुरु कर दिया है।
गैस, बिजली भी होगी महंगी
ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक, घरेलू गैस की कीमतों के अलावा गैस संकट का असर सीएनजी, पीएनजी पर भी देखी जा सकती है। यानी सीएनजी और पीएनजी महंगी हो सकती है। इतना ही नहीं बिजली की कीमतें भी बढ़ जाएगी और सरकार का फर्टिलाइजर सब्सिडी बिल भी बढ़ेगा।
चुनाव खत्म, महंगाई चालू
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीटर पर लिखा है कि, भाजपा के राज में चुनाव तक बस अच्छे दिनों का झांसा है। जैसे ही चुनाव खत्म होंगे, वैसे ही महंगे दिन जनता के लिए परेशानी का सबब बनेंगे। प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि अप्रैल से रसोईं गैस की कीमत दोगुनी हो सकती है। पेट्रोल डीजल के दाम भी बढ़ सकते हैं। सरकार के पास महंगाई रोकने का कोई इंतजाम नहीं है।
घबराएं नहीं, सबक सीखाए
यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी वी श्रीनिवास ने भी कहा है कि “इस खबर से आपको घबराना नहीं है। बस हिमाचल प्रदेश की तरह उपचुनाव में भाजपा को यूपी में भी सबक सीखा देना है। इसके बाद एलपीजी की कीमतें दोगुनी होने की जगह आधी होने की संभावना है।
अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका
कोरोना के वैश्विक महामारी के चलते एनर्जी की मांग में जबरदस्त की तेजी आई है लेकिन सप्लाई के मामले में फिसड्डी रहा, पिछले साल सप्लाई को लेकर कोई खास कदम नहीं उठाए गए जिसके चलते गैस की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई। इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था को तगड़ा झटका लगा है। आपको बता दें कि घरेलू इंडस्ट्रीज पहले से लॉन्ग टर्म कॉन्ट्रैक्ट्स के चलते आयातित एलएनजी (LNG) के लिए अधिक कीमतों का भुगतान कर रही है।
अप्रैल-अक्टूबर में तय होती है कीमतें
बता दें कि दुनियाभर में गैस संकट का असर भारत में अप्रैल से देखी जा सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि अप्रैल में सरकार नेचुरल गैस की घरेलू कीमतों में संशोधन करती हैं। ऐसे में एनालिस्ट्स का मानना है की घरेलू गैस कीमतें बढ़ेंगी। बता दें कि घरेलू नेचुरल गैस की कीमतें हर साल अप्रैल और अक्टूबर में तय होती है और यह अंतरराष्ट्रीय कीमतों के अनुसार निर्धारित की जाती हैं। जनवरी से दिसंबर 2021 तक अंतरराष्ट्रीय कीमतों के आधार पर अप्रैल की कीमत तय की जाएगी।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर एके जेना के मुताबिक घरेलू नेचुरल गैस की कीमत में एक डॉलर की तेजी होने पर सीएनजी की कीमत 4.5 रुपये प्रति किलो बढ़ जाएगी। इसकी मतलब है कि सीएनजी की कीमत में 15 रुपये प्रति किलो बढ़ सकती है। जेना ने कहा कि सीएनजी की गाड़ियों के लिए अभी कॉस्ट आर्बिट्रेज पेट्रोल के मुकाबले 55 फीसदी है। अगर पेट्रोल की कीमत में बढ़ोतरी जारी रही तो यह संतुलन बना रहेगा। लेकिन अगर तेल की कीमत नहीं बढ़ती है या इसमें गिरावट आती है तो फिर स्थिति अलग होगी। अगर कॉस्ट आर्बिट्रेज 40 फीसदी या इससे अधिक होता है तो सीएनजी में कनवर्जन का कोई फायदा नहीं होगा।
No Comment Yet!!
Copyright © 2022 Khulasa First Pvt. Ltd., All Rights Reserved
Design & Developed By Web Endeavours